p>देश में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बीच कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सोनिया गांधी ने सोमवार को à¤à¤²à¤¾à¤¨ किया कि देशà¤à¤° में फंसे मजदूरों के घर वापस जाने के लिठरेलयातà¥à¤°à¤¾ का खरà¥à¤š कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ पारà¥à¤Ÿà¥€ उठाà¤à¤—ी. कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ ने टà¥à¤µà¥€à¤Ÿ करते हà¥à¤ लिखा है, 'à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ ने यह निरà¥à¤£à¤¯ लिया है कि पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ कमेटी की हर इकाई हर जरूरतमंद शà¥à¤°à¤®à¤¿à¤• व कामगार के घर लौटने की रेल यातà¥à¤°à¤¾ का टिकट खरà¥à¤š वहन करेगी व इस बारे जरूरी कदम उठाà¤à¤—ी.' पारà¥à¤Ÿà¥€ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सोनिया गांधी का बयान टà¥à¤µà¥€à¤Ÿ किया गया है. सोनिया गांधी ने कहा है, 'शà¥à¤°à¤®à¤¿à¤• व कामगार देश की रीढ़ की हडà¥à¤¡à¥€ हैं. उनकी मेहनत और कà¥à¤°à¥à¤¬à¤¾à¤¨à¥€ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° निरà¥à¤®à¤¾à¤£ की नींव है. सिरà¥à¤« चार घंटे के नोटिस पर लॉकडाऊन करने के कारण लाखों शà¥à¤°à¤®à¤¿à¤• व कामगार घर वापस लौटने से वंचित हो गà¤. 1947 के बंटवारे के बाद देश ने पहली बार यह दिल दहलाने वाला मंजर देखा कि हजारों शà¥à¤°à¤®à¤¿à¤• व कामगार सैकड़ों किलोमीटर पैदल चल घर वापसी के लिठमजबूर हो गà¤. न राशन, न पैसा, न दवाई, न साधन, पर केवल अपने परिवार के पास वापस गांव पहà¥à¤‚चने की लगन. उनकी वà¥à¤¯à¤¥à¤¾ सोचकर ही हर मन कांपा और फिर उनके दृढ़ निशà¥à¤šà¤¯ और संकलà¥à¤ª को हर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ ने सराहा à¤à¥€. पर देश और सरकार का करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ कà¥à¤¯à¤¾ है? आज à¤à¥€ लाखों शà¥à¤°à¤®à¤¿à¤• व कामगार पूरे देश के अलग अलग कोनों से घर वापस जाना चाहते हैं, पर न साधन है, और न पैसा. दà¥à¤– की बात यह है कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार व रेल मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ इन मेहनतकशों से मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² की इस घड़ी में रेल यातà¥à¤°à¤¾ का किराया वसूल रहे हैं. ' साथ ही उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, 'शà¥à¤°à¤®à¤¿à¤• व कामगार राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤®à¤¾à¤£ के दूत हैं. जब हम विदेशों में फंसे à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ को अपना करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ समà¤à¤•à¤° हवाई जहाजों से निशà¥à¤²à¥à¤• वापस लेकर आ सकते हैं, जब हम गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ के केवल à¤à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में सरकारी खजाने से 100 करोड़ रà¥. टà¥à¤°à¤¾à¤‚सपोरà¥à¤Ÿ व à¤à¥‹à¤œà¤¨ इतà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¿ पर खरà¥à¤š कर सकते हैं, जब रेल मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ के कोरोना फंड में 151 करोड़ रà¥. दे सकता है, तो फिर तरकà¥à¤•à¥€ के इन धà¥à¤µà¤œà¤µà¤¾à¤¹à¤•à¥‹à¤‚ को आपदा की इस घड़ी में निशà¥à¤²à¥à¤• रेल यातà¥à¤°à¤¾ की सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं दे सकते?' कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सोनिया गांधी ने कहा, 'à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ ने मेहनतकश शà¥à¤°à¤®à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ व कामगारों की इस निशà¥à¤²à¥à¤• रेलयातà¥à¤°à¤¾ की मांग को बार बार उठाया है. दà¥à¤°à¥à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ से न सरकार ने à¤à¤• सà¥à¤¨à¥€ और न ही रेल मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ ने. इसलिà¤, à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤